Shramshree Scheme For Workers : देशभर में प्रवासी मजदूरों की स्थिति हमेशा चर्चा का विषय रही है। अक्सर रोजगार की तलाश में मजदूर अपने घर से दूर जाकर काम करते हैं, लेकिन कई बार उन्हें अचानक काम नहीं मिलने पर आर्थिक संकट झेलना पड़ता है। ऐसे में अब प्रवासी मजदूरों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। सरकार ने श्रमश्री योजना (Shramshree Scheme) की शुरुआत की है, जिसके तहत मजदूरों को रोजगार न मिलने तक हर महीने ₹5000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य मजदूर वर्ग को असुरक्षा और आर्थिक परेशानी से बचाना है।
मजदूरों के लिए बड़ी राहत
कई बार देखा गया है कि प्रवासी मजदूर काम की तलाश में बाहर जाते हैं और अचानक रोजगार रुक जाने पर उनके पास घर चलाने के भी पैसे नहीं बचते। ऐसे समय में वे गंभीर संकट में फंस जाते हैं। श्रमश्री योजना मजदूरों के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करेगी। जब तक उन्हें काम नहीं मिलेगा, तब तक सरकार हर महीने ₹5000 की राशि उनके खाते में भेजेगी। यह पैसा सीधे बैंक खाते में डीबीटी (DBT) के माध्यम से पहुंचाया जाएगा, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
योजना की शुरुआत कहां से हुई?
अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि यह योजना सबसे पहले कहां लागू की गई है। दरअसल, इस योजना की शुरुआत पश्चिम बंगाल राज्य में की गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस योजना की घोषणा की है और साफ कहा है कि प्रवासी मजदूरों को अब भूखा नहीं रहना पड़ेगा। उन्हें रोजगार न मिलने की स्थिति में सरकार हर महीने ₹5000 देगी। यह कदम मजदूरों के जीवन को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाने के लिए उठाया गया है।
22 लाख मजदूर होंगे लाभार्थी
पश्चिम बंगाल सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस योजना का लाभ करीब 22 लाख प्रवासी मजदूरों को मिलेगा। ये वे मजदूर हैं जो राज्य से बाहर काम करने जाते हैं या फिर राज्य के अंदर ही रोजगार की तलाश में भटकते हैं। योजना के तहत मजदूरों को तब तक सहायता राशि मिलती रहेगी, जब तक उन्हें स्थायी रोजगार नहीं मिल जाता। इस फैसले से लाखों परिवारों को सीधा फायदा मिलेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा।
क्यों खास है यह योजना?
श्रमश्री योजना सिर्फ आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मजदूरों के लिए मानसिक राहत भी लेकर आई है। अब मजदूरों को यह चिंता नहीं रहेगी कि अगर काम नहीं मिला तो घर का खर्च कैसे चलेगा। ₹5000 की यह राशि उन्हें जीवनयापन में बड़ी मदद देगी। साथ ही, यह योजना देशभर में एक मिसाल बन सकती है, क्योंकि मजदूरों की समस्या हर राज्य में मौजूद है।
भविष्य में अन्य राज्यों तक विस्तार
फिलहाल यह योजना पश्चिम बंगाल में लागू की गई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसका असर सकारात्मक दिखा तो जल्द ही अन्य राज्य सरकारें भी इस तरह की योजना लागू कर सकती हैं। इससे प्रवासी मजदूरों का जीवन आसान होगा और उन्हें आर्थिक असुरक्षा से मुक्ति मिलेगी।
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श्रमश्री योजना से जुड़े जरूरी सवाल (FAQs)
Q1. श्रमश्री योजना क्या है?
यह एक सरकारी योजना है, जिसके तहत प्रवासी मजदूरों को रोजगार न मिलने तक हर महीने ₹5000 की आर्थिक मदद दी जाएगी।
Q2. इस योजना की शुरुआत कहां हुई है?
श्रमश्री योजना की शुरुआत पश्चिम बंगाल राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की है।
Q3. योजना से कितने मजदूरों को लाभ मिलेगा?
करीब 22 लाख प्रवासी मजदूरों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
Q4. मजदूरों को पैसे कैसे दिए जाएंगे?
सरकार मजदूरों के बैंक खाते में सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के जरिए पैसे भेजेगी।
Q5. क्या यह योजना पूरे देश में लागू होगी?
फिलहाल यह योजना सिर्फ पश्चिम बंगाल में शुरू की गई है, लेकिन भविष्य में अन्य राज्यों में भी लागू होने की संभावना है।